आइये जानते है यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना ऑनलाइन पंजीकरण करे और Bal Shramik Vidya ऑनलाइन पंजीकरण करे और की लॉगिन प्रक्रिया व चरण एवं जाने आवेदन की स्थिति, लाभ के बारे में ताजा खबर जाने
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना:- उत्तर प्रदेश के अनाथ एवं मजदूरों के बच्चों को शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना को आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के बालक व बालिकाओं को प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी जिसका उपयोग करके अपना जीवन अच्छे से यापन कर सकेंगे। तो चलिए दोस्तों आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से Bal Shramik Vidya Yojana से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं जैसे इस योजना का उद्देश्य क्या है इसके लाभ एवं विशेषताएं तथा आवेदन की प्रक्रिया क्या है। आपसे निवेदन है कि Bal Shramik Yojana से संबंधित पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे इस लेख को विस्तार से पढ़ें।
Bal Shramik Vidya Yojana
इस योजना को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा अनाथ बच्चों और श्रमिकों के बच्चों के जीवन स्तर ऊपर उठाने के लिए शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के गरीब व बेसहारा बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी जिसका उपयोग करके वह अपनी शिक्षा उत्पन्न कर पाएंगे तथा आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगे। यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश के 8वीं, 9वी, 10वीं तथा 12वीं कक्षा के छात्राओं को को 6000 रुपये की अतिरिक्त सहायता प्रति वर्ष 1200 रुपये तथा छात्रों को 1000 रुपये प्रतिमाह के रूप में प्रदान की जाएगी। Bal Shramik Vidya Yojana के माध्यम से ना केवल प्रदेश के बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी कर पाएंगे बल्कि उनके जीवन स्तर में भी सुधार आएगा और वह अपने पैरों पर खड़े हो पाएंगे।
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बाल श्रमिक विद्या योजना का उद्देश्य
जैसे कि हम सब जानते हैं हमारे देश में अभी काफी ऐसे लोग हैं जो आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण अपने की पढ़ाई नहीं करवा पाते हैं और उन्हें मजबूरन बाल श्रम करने पर डाल देते हैं। इसके कारण बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव भी पड़ता है। इन समस्याओं को मद्देनजर रखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा बाल श्रमिक विद्या योजना को आरंभ किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा बालकों को 1000 रुपये प्रतिमाह और बालिकाओं को 1200 रुपये प्रतिमाह के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- इस आर्थिक सहायता का उपयोग करके बच्चे अपने आगे की पढ़ाई जारी रख सकेंगे, तथा अपने भविष्य को उज्जवल बना सकेंगे।
- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के माध्यम से बच्चों को बाल श्रम करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के मुख्य तथ्य
योजना का नाम | यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा |
विभाग | श्रम विभाग |
आरंभ तिथि | 12 जून 2020 |
योजना का उद्देश्य | राज्य के अनाथ व श्रमिक बच्चों को पढ़ाई के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करना |
योजना के लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के अनाथ व मजदूर के बच्चे |
लाभार्थी की आयु | 8 से 18 वर्ष |
योजना का लाभ | उत्तर प्रदेश के छात्र छात्राओं को प्रति वर्ष 6000 रुपये की धनराशि प्रदान करना |
प्रोत्साहन राशि | बालक को 1000 रुपये प्रतिमाह बालिकाओं को 1200 रुपये प्रतिमाह |
आवेदन की प्रक्रिया | अभी घोषित नहीं की गई |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी आरंभ नहीं की गई |
उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना का पहला चरण
उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना को 8 से लेकर 18 वर्ष के बच्चों के लिए आरंभ किया गया है। जिसके अंतर्गत बच्चों को अपनी पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत आर्थिक सहायता का उपयोग करते हुए अपनी पढ़ाई और कर पाएंगे कथा अपने पैरों पर खड़े हो पाएंगे। इस योजना के अंतर्गत पहले चरण में सरकार द्वारा 2000 श्रमिक बच्चों को शामिल किया गया है। इसके सफलतापूर्वक संचालन के बाद सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के बाकी श्रमिक बच्चों को भी इस योजना के अंतर्गत शामिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना का मुख्य लक्ष्य बाल श्रम को रोकना है।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- इस योजना को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा 12 जून 2020 को आरंभ किया गया है।
- उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक योजना के माध्यम से राज्य के बालकों को 1000 रुपये तथा बालिकाओं को 1200 रुपये प्रति महा अतिरिक्त सहायता के रूप में प्रदान किए जाएंगे।
- इस योजना के अंतर्गत राज्य के बालक बालिकाओं को 6000 रुपये प्रति वर्ष की आर्थिक सहायता प्रदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- इस योजना के अंतर्गत राज्य के श्रमिक बच्चे जो आठवीं नवीं और दसवीं कक्षा में पढ़ रहे हैं उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना का मुख्य लक्ष्य है कि बच्चों को बाल श्रम से रोका जा सके और उन्हें अच्छी पढ़ाई प्रदान की जा सके।
- इस योजना का मुख्य लाभ है कि राज्य के बच्चे आत्मनिर्भर व सशक्त बनेंगे
- उन्हें अपने परिवार के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ कर बाल श्रम करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- राज्य के बच्चे अपनी पढ़ाई पूर्ण कर अच्छी नौकरी प्राप्त कर सकेंगे।
आवेदन के लिए पात्रता
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी होना अनिवार्य है
- उम्मीदवार की आयु 8 से 18 वर्ष होनी चाहिए
- इस योजना का लाभ लेने के लिए बच्चों के माता-पिता दिव्यांग होने चाहिए या उनमें से कोई एक दिव्यांग होना चाहिए
- इस योजना का लाभ उन्हीं उम्मीदवारों को प्रदान किया जाएगा जिनके माता-पिता गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं
- वही इस योजना का पात्र है जिनके माता पिता की मृत्यु हो गई हो या उनमें से किसी एक की मृत्यु हो गई हो
आवेदन के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र
- जन्म प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना में ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया
राज्य के जो इच्छुक लाभार्थी यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के अंतर्गत आवेदन करना चाहते हैं उन्हें अभी थोड़ा इंतजार करना होगा क्योंकि अभी सरकार द्वारा अभी इस योजना की आवेदन की प्रक्रिया को आरंभ नहीं किया गया है। जैसे ही सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत आवेदन की प्रक्रिया को आरंभ किया जाएगा वैसे ही हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से आवेदन की प्रक्रिया के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करेंगे। यदि तब तक आपको यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के तहत कोई भी कठिनाई या मन में कोई भी प्रश्न आता है तो आप हमसे नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं आप का कमेंट हमारे लिए महत्वपूर्ण है।