सरकार द्वारा देश के नागरिकों का संपूर्ण विकास करने का निरंतर प्रयास किया जाता है। जिसके लिए सरकार विभिन्न योजनाएं संचालित करती है। इन योजनाओं के माध्यम से नागरिकों को सामाजिक एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जाती है। हाल ही में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा भी ऐसी ही एक योजना आरंभ की गई है। जिसका नाम मुख्यमंत्री आदिवासी परम सम्मान निधि योजना है। इस योजना के माध्यम से राज्य के गांव में आदिवासी पर्व एवं त्योहारों के आयोजन के लिए ग्राम पंचायत को अनुदान प्रदान किया जाएगा। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से Mukhyamantri Aadivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023 से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करने जा रहे हैं। आप हमारे इस लेख को पढ़कर इस योजना के अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया से अवगत हो सकेंगे।
Mukhyamantri Aadivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना आरंभ करने की घोषणा की गई है। इस योजना को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा 13 अप्रैल को जबलपुर में आयोजित भरोसे के सम्मेलन कार्यक्रम में घोषित किया गया है। इस योजना के माध्यम से आदिवासी पर्व एवं त्योहारों को मनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार के माध्यम से ग्राम पंचायतों को अनुदान प्रदान किया जाएगा। यह अनुदान ₹10000 का होगा। सरकार द्वारा अनुदान की राशि दो बराबर किस्तों में प्रदान की जाएगी। 1840 ग्राम पंचायतों को ₹5000 की पहली किस्त भी जारी की जा चुकी है। इस योजना को अनुसूचित क्षेत्रों में जारी किया जाएगा।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में इस योजना के कार्यान्वयन के लिए सरकार द्वारा ₹50000000 का बजट निर्धारित किया गया है। इसके अलावा इस योजना के संचालन के लिए ग्राम स्तरीय शासी निकाय एवं अनुभाग स्तरीय शासी निकाय का गठन किया जाएगा। इस योजना के संचालन से आदिवासी समाज के नागरिक अपने त्योहारों को धूमधाम से मना सकेंगे।
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मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना 2023 के अंतर्गत शामिल त्यौहार
- मेला
- मड़ई
- जात्रा पर्व
- सरना पूजा
- देव गुड़ी
- छेरछेरा
- अक्ती
- नवाखाई
- हरेली आदि।
Mukhyamantri Aadivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023 का उद्देश्य
- मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना 2023 का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के आदिवासियों को तीज एवं त्योहारों की संस्कृति एवं परंपरा को संरक्षित करना है।
- इस योजना के माध्यम से आदिवासी समाज के त्योहारों को मनाने के लिए सरकार को अनुदान प्रदान किया जाएगा।
- यह अनुदान की राशि ₹10000 की होगी।
- यह राशि ग्राम पंचायतों को दो बराबर किस्तों में प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के संचालन से आने वाली पीढ़ी भी आदिवासी संस्कृति को जान सकेंगे।
- यह योजना प्रदेश के नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने में भी कारगर साबित होगी।
Mukhyamantri Aadivasi Parab Samman Nidhi Yojana 2023 Key Highlights
योजना का नाम | मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना |
किसने आरंभ की | छत्तीसगढ़ सरकार |
लाभार्थी | छत्तीसगढ़ के नागरिक |
उद्देश्य | आदिवासी त्योहारों को मनाने के लिए अनुदान प्रदान करना |
अनुदान की राशि | ₹10000 |
साल | 2023 |
राज्य | छत्तीसगढ़ |
आवेदन का प्रकार | ऑनलाइन तथा ऑफलाइन |
मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना 2023 केला तथा विशेषताएं
- मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आरंभ किया गया है।
- इस योजना के माध्यम से आदिवासी पर्व एवं त्योहारों को मनाने के लिए ग्राम पंचायतों को अनुदान प्रदान किया जाएगा।
- यह अनुदान ₹10000 का होगा।
- अनुदान की राशि ग्राम पंचायतों को दो बराबर किस्तों में प्रदान की जाएगी।
- सरकार द्वारा इस योजना का संचालन करने के लिए ₹50000000 का बजट निर्धारित किया गया है।
- अब तक 1840 ग्राम पंचायतों को ₹5000 की राशि जारी कर दी गई है।
- इस योजना को संचालित करने का मुख्य उद्देश्य आदिवासी संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करना है।
- सरकार द्वारा इस योजना के संचालन के लिए नोडल एजेंसी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को बनाया गया है।
- इस योजना के संचालन से आदिवासी समाज के लोग अपने चौहानों को धूमधाम से मना सकेंगे।
प्रतिवर्ष प्रदान की जाएगी लाभ की राशि
- इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को प्रतिवर्ष लाभ की राशि सरकार की ओर से प्रदान की जाएगी।
- प्रत्येक ग्राम पंचायत को सरकार द्वारा अनुदान की राशि अनुसूचित क्षेत्र के ग्रामों में प्रदान की जाएगी।
- सरकार द्वारा अनुदान की राशि दो बराबर किस्तों में ग्राम पंचायतों को प्रदान की जाएगी।
- अब तक सरकार द्वारा 1850 ग्राम पंचायतों को ₹5000 की राशि जारी की जा चुकी है।
ग्राम स्तरीय शासी निकाय और अनुभाग स्तरीय शासी निकाय का किया जाएगा गठन
- इस योजना के संचालन के लिए ग्राम स्तरीय शासी निकाय एवं अनुभाग शासी निकायों का गठन किया जाएगा।
- मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना के कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत होंगे।
- इस योजना के माध्यम से प्रदान की गई राशि से विभिन्न आदिवासी त्योहारों का आयोजन किया जाएगा।
- जिससे कि आने वाली पीढ़ी आदिवासी समाज को जान सके।
- जनपद स्तरीय शासी निकाय में अनुभाग अधिकारी अध्यक्ष होंगे एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी सदस्य सचिव होंगे।
- इसके अलावा अध्यक्ष द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कौन से त्यौहार में किस राशि का उपयोग किया जाएगा।
FAQs
इस योजना को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के द्वारा आरंभ किया गया है। इस योजना के माध्यम से ग्राम पंचायतों को आदिवासी त्योहारों को मनाने के लिए अनुदान की राशि प्रदान की जाती है।
सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से ₹10000 की अनुदान की राशि प्रतिवर्ष प्रदान की जाती है। यह राशि नागरिकों को दो बराबर किस्तों में प्रदान की जाती है।
इस योजना को संचालित करने का मुख्य उद्देश्य आदिवासी समाज के तीज एवं त्योहारों की संस्कृति एवं परंपरा को संरक्षित करना है। सरकार द्वारा यह तीज और त्योहार मनाने के लिए ग्राम पंचायतों को अनुदान की राशि प्रदान की जाएगी।
इस योजना का संचालन करने के लिए सरकार द्वारा 5 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है। अब तक सरकार द्वारा 1840 ग्राम पंचायतों को ₹5000 की राशि प्रदान की जा चुकी है।